tag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post7742899593656832958..comments2023-09-16T14:02:51.815+05:30Comments on जै जै!: ऐ जाने वफ़ा ये जुल्म न कर...Anonymoushttp://www.blogger.com/profile/16312720514784919531noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-8296393142196772982009-07-08T21:41:06.889+05:302009-07-08T21:41:06.889+05:30पंकज जी जो आप देख रहे हैं वही सच है। सर्वत्र है। क...पंकज जी जो आप देख रहे हैं वही सच है। सर्वत्र है। क्या करोगे। इसी व्यवस्था में अपने लिए कोई कोना ढूंढ लो। मैं जानता हूं। मन नहीं मानता खुद से बगावत करता है। लेकिन कई बार खुद के लिए न सही अपनों से जुड़े लोगों की खातिर मन को समझाना पड़ता है। शायद यहीं हम विवश होते हैं। संघर्ष व समझ से नए पैमाने खड़े कीजिए जो आपको सफलता व सुकून दोनों दे सकें।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01846069751759425659noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-40364497398898140832009-07-08T21:36:54.097+05:302009-07-08T21:36:54.097+05:30पंकज जी, शायद यही जिंदगी के सबक हैं जिसे लगातार झे...पंकज जी, शायद यही जिंदगी के सबक हैं जिसे लगातार झेलना व सीखना पड़ता है। आप उन तमाम लोगों से ज्यादा निर्मल व स्वच्छ इसीलिए हैं कि बिना ठहरे जीवन की धारा में बहते रहे हैं। जो किसी एक ही जगह ठहरे हुए हैं उनकी हालत ज्यादा बदतर है। बाहर से वे भले सुखी हो लेकिन अंदर से वे व्यवस्था की सडांध को झेलने को मजबूर हैं। आप कम से कम लगातार अनुभव के धनी तो हो ही रहे हैं। बाकी धन भी आएगा। लगे रहिए।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01846069751759425659noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-54008030887720427232009-06-26T08:20:11.242+05:302009-06-26T08:20:11.242+05:30आप की बात एकदम सही है....
आप का ब्लाग अच्छा लगा......आप की बात एकदम सही है....<br />आप का ब्लाग अच्छा लगा...बहुत बहुत बधाई....<br />एक नई शुरुआत की है-समकालीन ग़ज़ल पत्रिका और बनारस के कवि/शायर के रूप में...जरूर देखें..आप के विचारों का इन्तज़ार रहेगा....प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-75095987290080172482009-06-23T15:03:54.180+05:302009-06-23T15:03:54.180+05:30सर आपने तो कई बरसातें देखी होंगी।लेकिन तीन साल को ...सर आपने तो कई बरसातें देखी होंगी।लेकिन तीन साल को कैरियर में इतने रंग देखे लिये है कि अब तो भविष्य की तसवीर भी धुंधली नजर आती है। जब पढते थे तो यही लगता था कि इस कि पत्रकारिता में आकर तीर मार देंगे। लेकिन इतने तीर लग चुके कि अब तो दर्द सहने की आदत सी हो गयी है। बस काम किये जा रहे हैं।manas mishrahttps://www.blogger.com/profile/01217933158563664165noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-51703272577940344682009-06-22T10:28:04.377+05:302009-06-22T10:28:04.377+05:30अच्छा हुआ कि ऐसे संस्थान से समय रहते पीछा छूट गया....अच्छा हुआ कि ऐसे संस्थान से समय रहते पीछा छूट गया....<br />अपनी तरफ एक कहावत है....कि.....अभी गधा कम ही खेत खाया है....anil yadavhttps://www.blogger.com/profile/16738905491616336875noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-56882890471849371552009-06-21T22:28:31.159+05:302009-06-21T22:28:31.159+05:30शरद भाई,
समय ज़रूर बदलेगा, जो लोग नहीं बदलते उन्हे...शरद भाई,<br />समय ज़रूर बदलेगा, जो लोग नहीं बदलते उन्हें समय बदल देता है। और ऐसा भी नहीं कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में सारे लोग ऐसे ही हैं, इसी मीडिया में एस पी सिंह भी हुए और राहुल देव जैसे लोग भी हैं। टीवी को अपने यहां बीबीसी या सीएनएन बनने में वक्त लगेगा, लेकिन ये सूरत बदलेगी ज़रूर। बस कोशिश जारी रहनी चाहिए। <br />कहा सुना माफ़,<br />पंकज शुक्लAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/16312720514784919531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-6728728506268944622009-06-19T00:22:56.371+05:302009-06-19T00:22:56.371+05:30दादा बहुत नीके लिखे हो.....उन्नाव के हमऊ हैं और और...दादा बहुत नीके लिखे हो.....उन्नाव के हमऊ हैं और और छोटे लेबल पर ही सही बिना किसी की जी हुजूरी करे बीवी बच्चों का पेट पाल रहे हैं..आप तो सिनेमा की तरफ निकल लिए लेकिन इस इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में तो अजब हालत है...जिसकी पूँछ उठाकर देखो सब जुगाडू या चापलूस ही मिलते हैं....सब के सब लंगोट के ढीले भी...ये हम उन लोगों के बारे में कह रहे हैं जो नौकरी देने और लेने की हैसियत रखते हैं...क्या कहते हैं ऐसा ही रहेगा या समय बदलेगा कभी ?sharadhttps://www.blogger.com/profile/17048687775261981586noreply@blogger.com