tag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post5242205219311407745..comments2023-09-16T14:02:51.815+05:30Comments on जै जै!: शाहरुख का ‘बहादुर’ और वॉटरमैनAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/16312720514784919531noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-17538385314322733352013-12-16T19:33:44.781+05:302013-12-16T19:33:44.781+05:30आलेख पढ़कर आबिद साहब और शाहरुख खान के लिए जहां दिल ...आलेख पढ़कर आबिद साहब और शाहरुख खान के लिए जहां दिल में इज्जत आफजाई हुई, वहीं एक बड़े मीडिया हॉउस की माफियागिरी के बारे में पढ़कर अचंभित हूं। <br /><br />आपने सही लिखा है: "(आबिद सुरती साहब ने) … …इस किरदार को ट्रेडमार्क रजिस्टर्ड कराना चाहा। पर पता चला कि एक बहुत बड़े मीडिया हाउस ने 'बहादुर बाई आबिद सुरती' नाम का ट्रेडमार्क अपने नाम रजिस्टर्ड करा लिया है।” सुनकर बड़ा दुख हुआ। दूसरों के अधिकारों की दिन रात बात करने वाले मीडिया हाउस क्या ऐसे भी किसी कलाकार का हक मार देते हैं। कॉपीराइट कानून कहता है कि किसी कृति के बनाते ही उसका कॉपीराइट सृजक के नाम हो जाता है। उसका कहीं रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं। माने कि अगर कोई ढंग का वकील आबिद सुरती का मामला अपने हाथ में ले तो उनके बौद्धिक संपदा अधिकार उन्हें मिल सकते हैं। मुझे खुद एक हफ्ता लग गया इस बात को दुनिया के सामने लाने में। चाहता हूं उनकी लड़ाई लड़ूं। जितना बन सकेगा कोशिश करूंगा। क्या आप साथ देंगे?"<br /><br />अंधेरगर्दी की भी हद होती है। बहादुर के कैरेक्टर को लेकर वाकई में एक निहायत शानदार फ़िल्म बनाई जानी चाहिए। सर, मैं दिलोजान से आपके साथ हूं, आपकी इस मुहिम के साथ हूं। बतरस...कुछ खट्टी-कुछ मीठीhttps://www.blogger.com/profile/04140180038699100866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-36623693906932346762013-12-16T19:30:03.869+05:302013-12-16T19:30:03.869+05:30आलेख पढ़कर आबिद साहब और शाहरुख खान के लिए जहां दिल ...आलेख पढ़कर आबिद साहब और शाहरुख खान के लिए जहां दिल में इज्जत आफजाई हुई, वहीं एक बड़े मीडिया हॉउस की माफियागिरी के बारे में पढ़कर अचंभित हूं। <br /><br />आपने सही लिखा है: "(आबिद सुरती साहब ने) … …इस किरदार को ट्रेडमार्क रजिस्टर्ड कराना चाहा। पर पता चला कि एक बहुत बड़े मीडिया हाउस ने 'बहादुर बाई आबिद सुरती' नाम का ट्रेडमार्क अपने नाम रजिस्टर्ड करा लिया है।” सुनकर बड़ा दुख हुआ। दूसरों के अधिकारों की दिन रात बात करने वाले मीडिया हाउस क्या ऐसे भी किसी कलाकार का हक मार देते हैं। कॉपीराइट कानून कहता है कि किसी कृति के बनाते ही उसका कॉपीराइट सृजक के नाम हो जाता है। उसका कहीं रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं। माने कि अगर कोई ढंग का वकील आबिद सुरती का मामला अपने हाथ में ले तो उनके बौद्धिक संपदा अधिकार उन्हें मिल सकते हैं। मुझे खुद एक हफ्ता लग गया इस बात को दुनिया के सामने लाने में। चाहता हूं उनकी लड़ाई लड़ूं। जितना बन सकेगा कोशिश करूंगा। क्या आप साथ देंगे?"<br /><br />अंधेरगर्दी की भी हद होती है। बहादुर के कैरेक्टर को लेकर वाकई में एक निहायत शानदार फ़िल्म बनाई जानी चाहिए। सर, मैं दिलोजान से आपके साथ हूं, आपकी इस मुहिम के साथ हूं। बतरस...कुछ खट्टी-कुछ मीठीhttps://www.blogger.com/profile/04140180038699100866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-9311104710720910572013-07-02T08:16:27.290+05:302013-07-02T08:16:27.290+05:30This s very unfaire. Yah to kisi ke bhi saath ho s...This s very unfaire. Yah to kisi ke bhi saath ho sakta hi. Kisi bhi srajak se uski rachna ka vahi rishta hota hai jo ek maa ka apne bachche ke saath. Keep it up. I hope is ladaayi me aapke saath saara desh hoga. Shukriya Pankaj ji.IRFANhttps://www.blogger.com/profile/03558772132148066423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-74611729642824279032013-07-02T07:47:01.818+05:302013-07-02T07:47:01.818+05:30 apni kalaktari ka mahatv ek kalakaar ke liye vais... apni kalaktari ka mahatv ek kalakaar ke liye vaise hi hota hai jaise kisi maa ka apne bachche ke liye. Abid ji ke dard ko samajna koi mushkil nai. Yah baat aaj unke saath hui kal kisi ke saath bhi ho sakti hai.Is maamle ko raushni me laakar apne bada kaam kiya hai. Abid ji desh ki dharohar hain.Hum aapke saath hain. Shukriya.IRFANhttps://www.blogger.com/profile/03558772132148066423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-53210629250971734582013-07-01T22:28:46.006+05:302013-07-01T22:28:46.006+05:30इस मसले को बाकी लोगो तक पहुंचा पाएँ तो समझेंगे कुछ...इस मसले को बाकी लोगो तक पहुंचा पाएँ तो समझेंगे कुछ सार्थक कर पाये ... :)<br /><br />इस ख्याल से आज की ब्लॉग बुलेटिन मे आप की इस पोस्ट को भी शामिल किया है ... नीचे दिये लिंक पर एक बार जा कर देखें !<br /><br />ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2013/07/blog-post.html" rel="nofollow">खास है १ जुलाई - ब्लॉग बुलेटिन </a> मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !<br /><br />शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-52014789258949690632013-07-01T21:44:35.960+05:302013-07-01T21:44:35.960+05:30ये सरासर गलत है- ये धोखा और और उसके अधिकारों का हन...<br />ये सरासर गलत है- ये धोखा और और उसके अधिकारों का हनन है हम आपके साथ हैं--- <br /><br />शाहिद "अजनबी" Nai Kalamhttps://www.blogger.com/profile/05273880081106940510noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-34139870269396053612013-07-01T21:44:06.339+05:302013-07-01T21:44:06.339+05:30ये सरासर गलत है- ये धोखा और और उसके अधिकारों का हन...<br />ये सरासर गलत है- ये धोखा और और उसके अधिकारों का हनन है हम आपके साथ हैं--- <br /><br />शाहिद "अजनबी" Nai Kalamhttps://www.blogger.com/profile/05273880081106940510noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-58381319206429885142013-07-01T13:45:14.578+05:302013-07-01T13:45:14.578+05:30बड़ा दुख हुआ जान कर पूरे मसले के बारे मे ... 'ब...बड़ा दुख हुआ जान कर पूरे मसले के बारे मे ... 'बहादुर' हमारा भी पसंदीदा किरदार था ... आबिद साहब को उनका हक़ मिलना ही चाहिए !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-34523265430960463652013-07-01T13:12:56.998+05:302013-07-01T13:12:56.998+05:30social media se neenv rakhne kee shuruaat karke ek...social media se neenv rakhne kee shuruaat karke ek bada aandolan khada kiyaa ja sakta hai.. hum saath hain.दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-25855936104227310142013-07-01T12:39:58.513+05:302013-07-01T12:39:58.513+05:30बड़े दुःख की बात है, हम भी बचपन से ढब्बू जी और बहाद...बड़े दुःख की बात है, हम भी बचपन से ढब्बू जी और बहादुर के फेन रहे और आज भी अगर वोह कॉमिक मिल जाये तो बड़े चाव से पढ़ते हैं, पंकज जी आप आगे बढिए हम से भी जैसे बन पड़ेगा अवश्य साथ देंगे !! आबिद जी हमारे आइडियल हैं हम उनका मन से आदर करते हैं !Janhit24Newshttps://www.blogger.com/profile/02367293830667429840noreply@blogger.com