tag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post4938841981168201311..comments2023-09-16T14:02:51.815+05:30Comments on जै जै!: मनोज तिवारी की एंट्रीAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/16312720514784919531noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-15519388505289595712008-09-05T16:07:00.000+05:302008-09-05T16:07:00.000+05:30समीर भाई, तरुन भाई,फिल्म की मेकिंग के बारे में लिख...समीर भाई, तरुन भाई,<BR/><BR/>फिल्म की मेकिंग के बारे में लिखना कुछ कुछ वैसा ही एहसास दे रहा है, जैसे मां अपने बच्चे के जन्म के समय की प्रसव पीड़ा को याद करती है। उसे दर्द तो याद आता है, लेकिन एक नए जीवन को पोसने का संतोष भी चेहरे पर रहता है।<BR/><BR/>स्नेह बनाए रखें...<BR/>पंकजAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/16312720514784919531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-89097345836629914232008-09-05T07:00:00.000+05:302008-09-05T07:00:00.000+05:30पंकज, फिल्म तो जबरदस्त टाईप की लग रही है, ऐसा लगता...पंकज, फिल्म तो जबरदस्त टाईप की लग रही है, ऐसा लगता है दो भाईयों की कहानी है। जुल्म के खिलाफ लड़ने के लिये भाईयो के विचार आपस में नही मिलते।Tarunhttps://www.blogger.com/profile/00455857004125328718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-31779344311602192642008-09-05T04:29:00.000+05:302008-09-05T04:29:00.000+05:30बेहतरीन चल रहा है भाई-पढ़वाते चलिए.बेहतरीन चल रहा है भाई-पढ़वाते चलिए.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-87734373069426569212008-09-05T01:17:00.000+05:302008-09-05T01:17:00.000+05:30संगीता जी, पीयूष और कामोद भाई,सराहना के लिए आप सभी...संगीता जी, पीयूष और कामोद भाई,<BR/><BR/>सराहना के लिए आप सभी का हार्दिक आभार। बस स्नेह बनाए रखिए।<BR/><BR/>कहा सुना माफ़,<BR/>पंकजAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/16312720514784919531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-50223713592592036112008-09-05T01:09:00.000+05:302008-09-05T01:09:00.000+05:30पंकज जी, आपके लेखन में पाठक को अंत तक बान्धे रखने ...पंकज जी, आपके लेखन में पाठक को अंत तक बान्धे रखने की अद्भुद कला है. <BR/><BR/>आभारकामोद Kaamodhttps://www.blogger.com/profile/08736388435404634973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-75135020127431064692008-09-04T22:14:00.000+05:302008-09-04T22:14:00.000+05:30कितना अच्छा लिख लेते हैं। सजीव एवं जीवंत चित्रण।कितना अच्छा लिख लेते हैं। सजीव एवं जीवंत चित्रण।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4404555096886681098.post-20943083638451661102008-09-04T16:53:00.000+05:302008-09-04T16:53:00.000+05:30अत्र कुशलं तत्रास्तु ......आप शब्दों के जादूगर है ...अत्र कुशलं तत्रास्तु ......आप शब्दों के जादूगर है .कौन से शब्द का कहा कितना प्रभाव होगा आप बेह्तर जानते है...ऐसे ही लिखते रहिये और आगे बढ़ते रहिये हम छोटो की शुभकामनाये आपके साथ है....punithttps://www.blogger.com/profile/06757314254605382941noreply@blogger.com